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NCC (NATIONAL CADET CORPS)
24 जनवरी 2024 : राष्ट्रीय बालिका दिवस पर रैली निकाल व नुक्कड़ नाटक के माध्यम से कैडेट्स ने दिया संदेश

राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर एनसीसी आर्मी विंग, आगरा कॉलेज, आगरा द्वारा आज कंपनी कमांडर कैप्टेन अमित अग्रवाल के नेतृत्व में एक जनजागरण रैली कॉलेज परिसर से एसएन मेडिकल कॉलेज तक निकली गई, जिसमें कैडेट्स ने हाथों में बेटी बचाओ का संदेश लिखी हुई तख्तियां ले रखी थी।

"फूल नहीं चिंगारी हैं, हम भारत की नारी हैं", "बेटियों को परेशान मत करो-उन्हें आगे बढ़ने दो", जैसे नारों के माध्यम से उन्होंने बेटियों को देश के विकास में बराबर का योगदान करने का आव्हान किया।

कैडेट्स ने नारे लगाए
"कैसे खाओगे उनके हाथ की रोटियां
जब पैदा ही नहीं होने दोगे बेटियां।"
"बेटियां को आगे बढ़ने दो।"
"बेटियां बचाओ-राष्ट्र बचाओ।"

इस अवसर पर महाविद्यालय परिसर में नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया, जिसमें कैडेट्स ने बेटियों को सशक्त बनाने के लिए अपने विचारों को अभिनय के माध्यम से लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया। कैडेट्स ने संदेश देते हुए बताया कि यदि बेटियों को जन्म नहीं दोगे तो बेटे कहां से आयेंगे।
उन्होंने नाटक में संदेश दिया कि जब तुम पेट में ही बेटी को मार देते हो तो अकेले एक नहीं, कई अन्य लोगों को भी एक साथ मार देते हो।

कैडेट मुबशिरा खान ने अपनी दो पंक्तियों के माध्यम से सभी का ध्यान आकृष्ट किया "इज्जत को माँ और बहनो की, क्या फर्क पड़ता है अपनी हो या गैरों की"।
इससे पूर्व प्रो मनोज रावत, डा के डी मिश्रा, डा आनंद पांडे, डा कल्पना चतुर्वेदी, डा बीके शर्मा, डा विपिन सिंह, डा आशीष कुमार, डा मनोज शर्मा, डा भूपेंद्र सिंह, डा महेंद्र यादव, डा वीपी सिंह, डा अनिल सिंह, डा रूपेश दीक्षित, डा आनंद शर्मा आदि ने रैली को झंडी दिखाकर रवाना किया।

नुक्कड़ नाटक में एसयूओ मनस्वी चौधरी, यूओ तरुषी सारस्वत, कैडेट आराध्या भट्ट, प्राची पाठक, प्रिया, मोनिका, प्रियांशु, राहुल आदि कैडेट्स ने प्रतिभाग किया।

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23 जनवरी 2024 : पराक्रम दिवस पर एनसीसी कैडेट्स ने नेताजी को याद किया

आगरा कॉलेज एनसीसी आर्मी विंग द्वारा पराक्रम दिवस के अवसर पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें कैडेट्स ने नेताजी सुभाष चन्द्र बोस को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

संगोष्ठी के मुख्य अतिथि आगरा कॉलेज के प्राचार्य प्रो अनुराग शुक्ला ने उपस्थित कैडेट्स को संबोधित करते हुए कहा कि नेताजी ने अपनी बौद्धिक क्षमता और विवेक का प्रयोग करते हुए विश्व के अनेक देशों का ध्यान भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन की ओर कराया। उन्होंने भारत के नौजवानों में स्वतंत्रता का ज्वार पैदा किया। नेताजी ने शक्ति का संतुलन बनाए रखने के किए हिटलर से दोस्ती की। नेताजी ने जिस राष्ट्रवाद को आगे बढ़ाया उसे हमें अपनाना होगा। आज उनके पराक्रम से ही भारत वर्तमान में विश्व के सशक्त राष्ट्रो में गिना जाता है।

कंपनी कमांडर कैप्टन अमित अग्रवाल ने कहा कि नेताजी ने अल्प आयु में ही भारत की स्वाधीनता आंदोलन की दिशा और दशा बदल दी। उन्होंने विश्व के अन्य देशो का ध्यान भारत की ओर आकर्षित किया। विशिष्ट अतिथि डा भूपेंद्र सिंह ने कहा कि युवाओं को नेताजी की तरह ही समर्पित और कर्तव्यनिष्ठ बनकर देश को आगे बढ़ाने में सहयोग करना चाहिए।

कैडेट उजाला राजपूत एवं एकांश गौतम ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस का जीवन परिचय दिया। संगोष्ठी में कैडेट मोहित यादव ने नेताजी की रहस्यमयी मृत्यु के बारे में चर्चा की। कैडेट रोहित कर्दम, भावना, मुबशिरा खान, आशी धाकड़ आदि ने पराक्रम दिवस के ऊपर अपने विचार रखे। संगोष्ठी का संचालन एसयूओ मनस्वी चौधरी ने किया। सार्जेंट आराध्या भट्ट में धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में कैडेट शालू और प्रियांशु सिरोठिया ने देशभक्ति गीत से उपस्थित कैडेट्स में ऊर्जा का संचार कर दिया।

यूओ तरुषी सारस्वत, प्राची पाठक, मोनिका, किमी भारद्वाज, अभिषेक पाल, आरती राणा आदि उपस्थित रहे।

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गांधी जयंती पर आगरा कॉलेज में विचार गोष्ठी का आयोजन

"गांधी जी ने जीवन पर्यंत मानवता की सेवा की तथा अपना बलिदान देकर भी उन्होंने भारत-पाकिस्तान के दंगे रुकवाए और भीषण रक्तपात रोका।" यह बात आगरा कॉलेज के प्रचार्य प्रो अनुराग शुक्ला ने आगरा कॉलेज के ऑडिटोरियम हॉल में गांधी जयंती के अवसर पर आयोजित विचार गोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कही।

उन्होंने आगे बोलते हुए कहा कि महात्मा गांधी ने भारत की समस्याओं को आत्मसात किया। भारत भ्रमण कर भारत को समीप से जाना। उन्होंने कहा कि भारत को स्वाभिमान और आत्म निर्भर का सूत्र देने वाले गांधीजी थे। उन्होंने दलितों को देश की मुख्यधारा से जोड़ने का कार्य किया। इस अवसर पर उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को भी याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की।

विचार गोष्ठी का संचालन मुख्य प्रानुशासक प्रो अमित अग्रवाल ने किया। धन्यवाद ज्ञापन चीफ वार्डन प्रो बीके शर्मा तथा अतिथियों का स्वागत डा चंद्रवीर सिंह ने किया। कार्यक्रम की भूमिका नितेश शर्मा ने रखी।

संभाषण के विशिष्ट स्थिति आगरा कॉलेज प्राचार्य प्रो अनुराग शुक्ला ने कहा कि सभ्यता का विकास विज्ञान से होता है। हम उनकी संतति हैं, जिनकी रग-रग में विज्ञान बसता है। हमने धीरे धीरे करके विज्ञान को भुला दिया है। भारत की विज्ञान परंपरा को अंग्रेजों ने तोड़ा।

इस अवसर पर एनएसएस, एनसीसी आर्मी विंग, एयर विंग और गर्ल्स विंग के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

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"स्वतंत्रता आंदोलन में वैज्ञानिकों की भूमिका" विषयक एकदिवसीय संभाषण का आयोजन (26.09.2023)

पं. गंगाधर शास्त्री स्मृति व्याख्यानमाला के अंतर्गत विज्ञान भारती ब्रज प्रांत द्वारा "स्वतंत्रता आंदोलन में वैज्ञानिकों की भूमिका" विषयक एकदिवसीय संभाषण का आयोजन आज आगरा कॉलेज के सेमिनार हॉल में आयोजित किया गया, जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए विज्ञान भारती उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय संगठन मंत्री श्री श्रेयांश मंडलोई ने देश को स्वतंत्र कराने में भारत के वैज्ञानिकों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला।

श्री मंडलोई ने आगे कहा कि जहां एक ओर क्रांतिकारी अंग्रेजों से सीधे संघर्ष करते थे, वहीं दूसरी ओर हमारे देश के वैज्ञानिक अपनी वैज्ञानिक क्षमताओं के आधार पर अंग्रेज सरकार से हर स्तर पर मोर्चा लेते थे। उन्होंने कहा कि सदैव यही प्रचारित किया जाता रहा कि भारत में विज्ञान अंग्रेजों की देन है, जबकि भारत में वैदिक काल से ही विज्ञान एवं तकनीक का प्रयोग किया जाता रहा है। विमान शास्त्र, नाड़ी शास्त्र, ज्योतिष शास्त्र, खगोल शास्त्र, धातु शास्त्र, चिकित्सा शास्त्र आदि अनेक क्षेत्रों में हम विश्व में अग्रणी थे।

उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान सुरेंद्रनाथ बोस ने 1876 में 'इंडियन एसोसिएशन फॉर दि कल्टीवेशन ऑफ़ साइंस' जैसी संस्था की स्थापना कर देश के अंदर वैज्ञानिकों को आगे बढ़ाना तथा एक बड़ा बौद्धिक वर्ग तैयार करने का कार्य किया। इसी संगठन के माध्यम से सीवी रमन, जेसी बोस जैसे वैज्ञानिक अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन कर सके। संस्था का उद्देश्य देशभक्त वैज्ञानिक तैयार करना था। प्रोफेसर पीसी रे ने 1902 में बंगाल केमिकल्स की स्थापना की और 'द हिंदू केमिस्ट्री' पुस्तक की रचना कर बताया कि हम रसायन के क्षेत्र में सदियों से जानते थे। उन्होंने देश में कई इंडस्ट्री भी स्थापित की। श्री मंडलोई ने कहा कि समय के साथ हमने स्पर्धा करना बंद कर दिया, परिणामस्वरूप हम विविध क्षेत्रों में पीछे रह गए, जिसका भरपूर फायदा अंग्रेजों ने उठाया। उन्होंने विज्ञान का उपयोग अपने साम्राज्य का विस्तार करने के लिए किया।

संभाषण के विशिष्ट स्थिति आगरा कॉलेज प्राचार्य प्रो अनुराग शुक्ला ने कहा कि सभ्यता का विकास विज्ञान से होता है। हम उनकी संतति हैं, जिनकी रग-रग में विज्ञान बसता है। हमने धीरे धीरे करके विज्ञान को भुला दिया है। भारत की विज्ञान परंपरा को अंग्रेजों ने तोड़ा।

कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रांत अध्यक्ष प्रो मनोज कुमार रावत ने की तथा अतिथियों का आभार महासचिव डा संध्या अग्रवाल ने किया। संचालन डा यशस्विता चौहान ने किया।

इससे पूर्व अतिथियों ने मां सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलन कर संभाषण का विधिवत शुभारंभ किया।

इस अवसर पर प्रो अमित अग्रवाल, प्रो स्मिता चतुर्वेदी, प्रो केपी तिवारी, डा शैलेंद्र कुमार, डा चंद्रवीर सिंह, चेतन गौतम, डा संगीता, नेहा, मनस्वी चौधरी, आराध्या भट्ट, तरुषि सारस्वत, अभिषेक पाल आदि उपस्थित रहे।

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शिकागो विश्व धर्म सम्मेलन की 130वीं वर्षगांठ पर "स्वामी विवेकानन्द एवं विश्व पटल पर उभरता भारत" विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन(12.09.2023)

शिकागो विश्व धर्म सम्मेलन की 130 में वर्षगांठ के उपलक्ष में एनसीसी आर्मी विंग आगरा कॉलेज द्वारा "स्वामी विवेकानंद एवं विश्व पटल पर उभरता भारत" विषय पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन महाविद्यालय की सेमिनार हॉल में आयोजित किया गया, जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो अनुराग शुक्ला ने उपस्थित कैडेट्स को संबोधित करते हुए कहा कि जब भारत दासता की जंजीरों में जकड़ा हुआ था और विश्व में भारत की छवि एक पिछड़े और दयनीय देश की थी, तब शिकागो के विश्व धर्म सम्मेलन में भारत के युवा संत स्वामी विवेकानंद ने भारतीय अध्यात्म की पताका एवं संस्कृति को विश्व के तत्कालीन धर्म विशेषज्ञों के सामने मजबूती से रखा। उन्होंने कहा कि भारत को समझना है तो विवेकानंद के उन मूल्यों को समझो, जिन्हें शिकागो सम्मेलन में उन्होंने स्थापित किया था।

विवेकानंद ने भारतीय मूल्यों को स्थापित करते हुए कहा था कि केवल भौतिक वस्तुओं से उन्नति नहीं होती, वैचारिक संपन्नता भी आवश्यक है। भारतीय संस्कृति त्यागपूर्वक उपभोग करने का संदेश देती है।

कंपनी कमांडर कैप्टेन अमित अग्रवाल ने कहा कि आज भारत विश्व पटल पर सशक्त होकर उभरा है। विविध क्षेत्रों में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। स्पेस टेक्नोलॉजी का क्षेत्र हो या रक्षा उपकरणों का उत्पादन अथवा सॉफ्टवेयर तकनीकी आदि के क्षेत्र में हमारे देश के युवा अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी निभा रहे हैं। आने वाले समय में भारत तीसरी आर्थिक शक्ति बनने की ओर अग्रसर है। आने वाले समय में वैश्विक परिदृश्य में भारत की भूमिका महत्वपूर्ण होती जा रही है।

गोष्ठी का संचालन सार्जेंट आराध्या भट्ट ने किया। अतिथियों का स्वागत यूओ आशीष यादव ने तथा आभार कैडेट प्रिया ने किया।

गोष्ठी में कैडेट खुशबू चंसोलिया, अभिषेक पाल, रोजी, मोनाली, मानवी, रविन्द्र, अलीशा खान आदि ने विचार व्यक्त किए।

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एनसीसी कैडेट्स ने निकाली तिरंगा यात्रा(10.08.2023)
स्वतंत्रता सेनानियों को याद कर दी श्रद्धांजलि

एनसीसीआर्मी विंग, आगरा कॉलेज, आगरा द्वारा महानिदेशक एनसीसी के निर्देश पर 'आजादी के अमृत महोत्सव' कार्यक्रमों की श्रृंखला के अंतर्गत "मेरा देश-मेरी माटी" अभियान में आज कैडेट्स ने तिरंगा यात्रा का आयोजन किया, जिसे महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो अनुराग शुक्ला ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली का नेतृत्व कंपनी कमांडर के अमित अग्रवाल कर रहे थे।

रैली आगरा कॉलेज से प्रारंभ होकर महात्मा गांधी मार्ग राजा मंडी बाजार, गोकुलपुरा, नागरी प्रचारिणी होते हुए वापस मुख्य परिसर पर समाप्त हुई, जहां उपस्थित कैडेट्स को संबोधित करते हुए प्राचार्य प्रो अनुराग शुक्ला ने कहा कि युवा पीढ़ी को भारत के स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में जानकारी देना आवश्यक है, जिससे युवाओं में राष्ट्रभक्ति की भावना जागृत हो सके।

यात्रा के दौरान कैडेट्स भारत माता की जय, हिंदुस्तान जिंदाबाद, वंदे मातरम, इंकलाब जिंदाबाद, देश के वीर सपूत अमर रहे आदि नारे लगा रहे थे।

सीनियर अंडर ऑफिसर रामू यादव, कुंज बिहारी, प्रतीक मिश्रा तथा कैडेट अनु ने व्यवस्थाएं संभाली।

यात्रा में अंडर ऑफिसर तरुशी सारस्वत, प्रियांशी, नीलोफर, खुशबू, प्रकाश कुमार, प्रशांत कुमार, आशीष कुमार, सचिन, कैडेट लक्ष्मी, प्राची , सिमरन, किमी, नंदिनी, रोजी , शशांक त्रिवेदी, महिमा तोमर, अमित कुमार, निष्कर्ष , संदीप सिंह, प्रदीप बघेल आदि कैडेट्स उपस्थित रहे।

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"मेरी माटी-मेरा देश" कार्यक्रम में एनसीसी कैडेट्स ने एकजुटता का संकल्प लिया (09.08.2023)

महानिदेशक एनसीसी के आदेश पर एनसीसीआर्मी विंग, आगरा कॉलेज, आगरा द्वारा 'आजादी के अमृत महोत्सव' कार्यक्रमों की श्रृंखला के अंतर्गत "मेरा देश-मेरी माटी" अभियान में आज कैडेट्स ने वीर शहीदों के चित्र के सम्मुख हाथों में तिरंगा लेकर शपथ ली कि देश की प्रगति और विकास में अपना अमूल्य योगदान देंगे। उन्होंने हाथों में मिट्टी उठाकर संकल्प लिया कि 'इस मिट्टी की कसम, हम कभी देश का सिर झुकने नहीं देंगे'। देश की समृद्ध विरासत पर गर्व करते हुए इसके उत्थान के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे। साथ ही देश की एकता और अखंडता के लिए सदैव प्रयासरत रहेंगे। कैडेट्स ने देश के गौरव के लिए प्राण देने वाले वीरों से प्रेरित होकर राष्ट्र की रक्षा, सम्मान और प्रगति के लिए समर्पित होने का संकल्प लिया।

इस दौरान कैडेट्स भारत के वीर सपूतों का करेंगे सम्मान। मेरी माटी, मेरा देश, मेरा है अभिमान ।।, भारत माता की जय, देश के वीर सपूत अमर रहे आदि नारे लगा रहे थे।

इस अवसर पर कंपनी कमांडर कैप्टन अमित अग्रवाल ने कैडेट्स को अमृत काल के पंच प्रण के बारे में बताया। ये पंच प्रण विकसित भारत का लक्ष्य, गुलामी के हर अंश से मुक्ति, अपनी विरासत पर गर्व, एकता और एकजुटता तथा नागरिकों में कर्तव्य की भावना जगाना है। उन्होंने बताया कि ये कार्यक्रम 15 अगस्त तक चलेंगे।

सीनियर अंडर ऑफिसर रामू यादव ने संचालन किया तथा कैडेट अनु ने सभी कैडेट्स को शपथ दिलाई।

इस अवसर पर अंडर ऑफिसर तरुशी सारस्वत, उजाला, प्रियांशी, नीलोफर, खुशबू, महिमा तोमर, प्रतीक मिश्रा, नरेश, प्रकाश कुमार, प्रशांत कुमार, आशीष कुमार, सचिन आदि कैडेट्स उपस्थित रहे।

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एनसीसी आर्मी विंग कैडेट्स द्वारा "स्वामी विवेकानंद एवम् आज का युवा" विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन(12.01.2023)

एनसीसी आर्मी विंग आगरा कॉलेज, आगरा द्वारा स्वामी विवेकानंद की 160वीं जयंती के पूर्व दिवस 11 जनवरी 2023 को एक विचार गोष्ठी का आयोजन कॉलेज के सेमीनार हॉल में आयोजित किया गया।

गोष्ठी का शुभारम्भ प्राचार्य प्रो अनुराग शुक्ला ने स्वामी विवेकानंद के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया।

प्राचार्य प्रो अनुराग शुक्ला ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने भारत की सोई हुई तरुणाई को जागृत करने का महत्वपूर्ण कार्य किया। आज के हमारे नौजवान जिस उम्र में अपने कैरियर को बनाने के बारे में सोचते हैं, स्वामी विवेकानंद ने उस उम्र में संपूर्ण विश्व के देशों में भारत की अध्यात्म शक्ति का पुनर्स्थापन कर दिया था।

कंपनी कमांडर कैप्टन अमित अग्रवाल ने उपस्थित कैडेट्स को संबोधित करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद ने आज से लगभग 120 वर्ष पूर्व जो बातें कही थी वह आज के युवा भारत के संदर्भ में आज भी प्रासंगिक है। उन्होंने युवाओं को चरित्र निर्माण के लिए प्रेरित किया। देश के पददलितों और जरूरतमन्दो की चिंता और उनकी सेवा‌ को, ईश्वर की पूजा के सामान माना। उन्होंने विवेकानंद जी के विचारों को राष्ट्रवाद से जोड़ते हुए कहा कि युवाओं के बीच चर्चा का विषय राष्ट्र और समाज होना चाहिए।

उन्होंने स्वामीजी के जीवन से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाओं की चर्चा करते हुए अपील की कि छात्र स्वामी जी के आदर्शों को अपनाकर अपने व्यक्तित्व को प्रभावी बना सकते हैं। आज जब संपूर्ण विश्व की युवा शक्ति दिग्भ्रमित है, तब केवल स्वामी जी के दर्शन से ही युवाओं को भ्रमित होने से बचाया जा सकता है।

संचालन सार्जेंट आराध्या भट्ट ने तथा आभार यूओ आराध्या चौधरी ने किया। अतिथियों का स्वागत सार्जेंट प्रिया ने किया। इस अवसर पर यूओ अनिल यादव, यूओ रितेश परिहार, यूओ सहदेव, सार्जेंट आशीष यादव, लक्ष्मी सिंह, कमलेश आदि कैडेट्स ने व्यवस्थाएं संभाली।

गोष्ठी में कैडेट आशी धाकड़, तारूशी, अनुष्का,आरती राणा, शिवानी, खुशबू, अभिषेक आदि कैडेट्स ने भी अपने विचार व्यक्त किये। अंत में कैडेट रोजी ने देशभक्ति का गीत प्रस्तुत किया।

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